भूमिका
भारत में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री एक बार फिर तेजी पकड़ रही है। जून 2025 में घरेलू ऑटोमोबाइल रिटेल बिक्री में 5% की वृद्धि (Domestic Automobile Retail Sales Up 5 Percent in June) दर्ज की गई है, जिससे यह संकेत मिलता है कि उपभोक्ताओं का भरोसा फिर से लौट रहा है। खास बात ये है कि पैसेंजर व्हीकल्स (PVs) और टू-व्हीलर्स ने इस ग्रोथ में सबसे ज़्यादा योगदान दिया।
FADA के ताज़ा आंकड़े – 5% की बढ़त
Federation of Automobile Dealers Associations (FADA) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जून 2025 में कुल ऑटोमोबाइल रिटेल बिक्री में सालाना आधार पर 5% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। ये आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि बाजार धीरे-धीरे फिर से सामान्य हो रहा है।
पैसेंजर व्हीकल्स की मांग में बढ़ोतरी
SUV की धूम
भारतीय उपभोक्ताओं की SUV के प्रति दीवानगी लगातार बढ़ती जा रही है। जून महीने में SUV और प्रीमियम कारों की सेल्स ने नया रिकॉर्ड बनाया।
Maruti, Hyundai, और Tata रहे आगे
इन ब्रांड्स ने जून में शानदार प्रदर्शन किया। Maruti Suzuki की ब्रेज़ा और Hyundai Creta जैसे मॉडल्स ने बिक्री को गति दी।
टू-व्हीलर्स की वापसी
ग्रामीण क्षेत्रों से डिमांड
ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में टू-व्हीलर्स की मांग ने बिक्री को मजबूती दी है, खासकर स्कूटर और बाइक के एंट्री-लेवल मॉडल्स।
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स का ग्राफ ऊपर
Ola Electric, Ather, और TVS iQube जैसे मॉडल्स की मांग में भी तेज़ी आई है, जिससे EV सेगमेंट को नई दिशा मिल रही है।
अन्य सेगमेंट का हाल
ट्रैक्टर बिक्री में गिरावट
जहां अन्य सेगमेंट बढ़त दिखा रहे हैं, वहीं ट्रैक्टर बिक्री में हल्की गिरावट दर्ज की गई है, संभवतः मॉनसून की देरी और किसानों की अनिश्चितता के कारण।
थ्री-व्हीलर्स और कमर्शियल व्हीकल्स
थ्री-व्हीलर्स और CV सेगमेंट में भी स्थिर वृद्धि देखने को मिली, जो लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्ट सेक्टर की रिकवरी का संकेत देता है।
बिक्री में बढ़ोतरी के पीछे के कारण
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त्योहारों की तैयारी: जून-जुलाई में लोग अक्सर नई गाड़ियाँ खरीदते हैं त्योहारों और मानसून के चलते।
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बढ़िया फाइनेंस ऑफर: कम ब्याज दरों और आकर्षक EMI स्कीम्स ने ग्राहकों को लुभाया।
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डिस्काउंट और स्कीम्स: डीलर्स द्वारा दिए जा रहे कैशबैक, एक्सचेंज बोनस आदि ने डील को और बेहतर बनाया।
Domestic Automobile Retail Sales Up 5 Percent in June पर EV मार्केट का प्रभाव
सरकार की नीतियों जैसे FAME II स्कीम और राज्यों द्वारा दी जा रही सब्सिडी ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को मुख्यधारा में ला दिया है। अब ग्राहक EV को एक व्यवहारिक विकल्प मानने लगे हैं।
डीलर्स और कस्टमर्स क्या कहते हैं?
डीलर्स का मानना है कि इस बढ़ोतरी के पीछे कस्टमर्स का बढ़ता कॉन्फिडेंस है।
वहीं ग्राहक कहते हैं कि अब बाजार में विकल्प अधिक हैं, सुविधाएं बेहतर हैं, इसलिए फैसला लेना आसान है।
भविष्य की संभावनाएं
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जुलाई और अगस्त में मानसून और त्योहारी माहौल को देखते हुए और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
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EV सेगमेंट में और तेजी आने की संभावना है।
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सरकार की स्कीम्स और RBI की मौद्रिक नीतियाँ भी कारगर हो सकती हैं।

निष्कर्ष
जून 2025 में 5% की ग्रोथ भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए सकारात्मक संकेत है। पैसेंजर व्हीकल्स और टू-व्हीलर्स ने इस बढ़त में सबसे बड़ी भूमिका निभाई है।
अगर ये ट्रेंड जारी रहता है, तो आने वाले महीनों में इंडस्ट्री एक नई ऊंचाई छू सकती है।
FAQs (Domestic Automobile Retail Sales Up 5 Percent in June के बारे मे अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. जून 2025 में कुल ऑटोमोबाइल बिक्री कितनी बढ़ी?
लगभग 5% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई।
Q2. सबसे ज्यादा बिक्री किस सेगमेंट में हुई?
पैसेंजर व्हीकल्स और टू-व्हीलर्स में सबसे ज़्यादा वृद्धि देखी गई।
Q3. क्या इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मांग बढ़ रही है?
हां, खासकर इलेक्ट्रिक स्कूटर्स और बाइक की डिमांड में तेजी आई है।
Q4. ट्रैक्टर सेल्स में क्या हुआ?
ट्रैक्टर सेगमेंट में हल्की गिरावट देखी गई है।
Q5. क्या आने वाले महीनों में बिक्री और बढ़ेगी?
हां, त्योहारी सीजन और बेहतर मानसून की उम्मीद से ग्रोथ जारी रह सकती है।
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